आज वाक् चातुर्य पर अमिताभ बच्चन की ८०वीं सालगिरह के अवसर पर आज से ठीक चालीस पहले की एक याद जब वे ज़िंदगी और मौत के बीच झूझ रहे थे और पुरे देश को यह लगा था की अपने परिवार का ही कोई मौत के किनारे खड़ा है.
इन सब के बीच उनका एक चाहनेवाला ५०० किलोमीटर्स उलटे पाँव दौड़के आता है और फिर क्या होता है यह सुनिए।